गाँव में रहने वाले लोगो की जब क्रयशक्ति बढ़ेगी तभी वहां की आर्थिक गतिविधियाँ बढेंगी.
2/27/2015 9:53:31 AM

......गाँव में रहने वाले लोगो की जब क्रयशक्ति बढ़ेगी तभी वहां की आर्थिक गतिविधियाँ बढेंगी.
गाव के दूकान वाले अपने जिला मुख्यालय की थोक दुकानों से सामान ले जायेगे और जिला मुख्यालय के लोग पटना, मुजफ्फरपुर , भागलपुर की मंडियों से खरीदारी करेगे.
अभी क्या हो रहा है?
बिहार के लाखों-करोड़ों गरीब लोग गुजरात और दूसरे राज्यों में रह कर कमाई कर रहे हैं और जो कमाते हैं उसका अधिकाँश वहीं खर्च कर देते हैं.
मतलब गुजरात, महाराष्ट्र , पंजाब के मार्केट बिहारियों की खरीदारी के बल पर मालामाल हैं.
बिहार के गावो, शहरों के मार्केट को बढाने के लिए पंचायतों में रह रहे लोगो की क्रयशक्ति बढाने की ज़रुरत है जिसमें गरीब, मध्यमवर्ग, बड़े व्यवसायी सबका फ़ायदा होगा और सरकार को सेल्सटैक्स मिलेगा .........
क्या बिहार के लोग ऐसी अर्थव्यवस्था के विकास के लिए व्यवस्था को विवश करेगें.......
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